- प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना
- प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के मुख्य तथ्य
- प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के मुख्य उद्देश्य
- मिलने वाली प्रोत्साहन सहायता
- राज्य सरकार द्वारा मिलेगी सहायता
- किसानों की आय में होगा सुधार
- किसान बनेंगे आत्मनिर्भर
- प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के लाभ
- प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना की विशेषताएं
- प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना की पात्रता
- प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्त्तावेज
- प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत आवेदन की प्रक्रिया
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना
इस योजना का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा किया गया है। प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के माध्यम से किसानों को रासायनिक उर्वरक एवं कीटनाशक का उपयोग किए बिना ही खेती करना सिखाया जाएगा यानि इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती बाड़ी की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश की 3226 में से 2934 पंचायतों के 72,193 किसान परिवारों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें 2022 तक प्रदेश के 9.61 लाख किसान परिवारों को प्राकृतिक खेती के अंतर्गत लाया जाएगा। सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने का मुख्य लक्ष्य यह है कि हमारे देश में जो रासायनिक उर्वरकों द्वारा खेती बाड़ी की जा रही है उस पर रोक लगाई जाए और खेती बाड़ी में प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल किया जाए।
- इस योजना के संचालन से हमारे देश में प्राकृतिक खेती बाड़ी को बल मिलेगा।
- सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना को शुरू करने का मुख्य लक्ष्य यह है कि प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया जाए।
- सभी रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशकों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के मुख्य तथ्य
योजना का नाम | प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा |
योजना का उद्देश्य | प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देना |
योजना का लाभ | किसानों को प्राकृतिक खेती करने की ट्रेनिंग प्राप्त होगी |
योजना के लाभार्थी | राज्य के किसान |
योजना का राज्य | हिमाचल प्रदेश |
लाभार्थी किसान परिवारों की संख्या | 9.61 लाख |
वित्तीय सहायता की राशि | 50,000 |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
अधिकारिक वेबसाइट | Click Here |
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के मुख्य उद्देश्य
जैसा कि आप सब जानते हैं कि हमारे देश में प्रदूषण की समस्या बहुत बढ़ गई है। हमारे देश में रसायनिक गैसों की मात्रा ज्यादा होने के कारण बहुत प्रदूषण हो रहा है। प्रदूषण की इस बढ़ती मात्रा को देखकर हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए उत्साहित करने हेतु प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के माध्यम से रसायनिक उर्वरकों एवं जहरीली दवाओं के इस्तेमाल को बंद कर दिया जाएगा। किसानों को प्राकृतिक खेती करने की ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे कि वह इन रासायनिक पदार्थों का उपयोग न करने के बाद भी सरलतापूर्वक अपनी खेती कर सकें।
- इस योजना के माध्यम से मृदा प्रदूषण में भी कमी आएगी।
- हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के द्वारा हमारे राज्य के किसान आत्मनिर्भर बनेंगे।
- सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से राज्य के किसानों को आय के अच्छे स्रोत भी प्रदान किए जाएंगे।
मिलने वाली प्रोत्साहन सहायता
इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली प्रोत्साहन सहायता कुछ इस प्रकार है:-
- इस योजना के अंतर्गत मवेशियों के शेड के लिए 80% सहायता प्रदान की जाएगी।
- सरकार द्वारा किसानों को प्लास्टिक ड्रम प्रदान करने के लिए 75% सहायता प्रदान की जाएगी।
- प्रत्येक किसान को 3 प्लास्टिक ड्रम मुहैया कराए जाएंगे।
- इस योजना के अंतर्गत भौतिक एवं जैविक कीट नियंत्रण के लिए 75 प्रतिशत सहायता प्रदान की जाएगी।
- गाँव में प्राकृतिक संसाधन की दुकान खोलने के लिए 50,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता मिलेगी।
- क्षमता निर्माण और किसान गोशालाओं में शामिल संसाधन व्यक्तियों और विशेषज्ञों के लिए मानदेय प्रदान होगा।
राज्य सरकार द्वारा मिलेगी सहायता
इस योजना के अंतर्गत जो भी सहायता किसानों को प्रदान की जा रही है उस सभी सहायता का पूरा जिम्मा राज्य सरकार द्वारा उठाया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक सहायता के लिए रकम प्रदान की जाएगी। यदि इस योजना के अंतर्गत किसानों को सहायता नहीं प्राप्त होती है तो उसका जिम्मेदार भी राज्य सरकार को ही ठहराया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा इस योजना के संचालन के लिए 25 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है।
- इस योजना के अंतर्गत कीटनाशकों एवं उर्वरकों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
- राज्य में प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
- जिससे कि हमारे राज्य में प्रदूषण कम हो सके और किसानों को आय के अच्छे स्रोत प्राप्त हो सके।
किसानों की आय में होगा सुधार
जैसा कि आप सब जानते हैं कि हमारे देश में किसानों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है वह मेहनत करके मुश्किल से ही दो वक्त की रोटी खा पाते हैं। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना का शुभारंभ किया गया है। प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत किसानों को आय के अच्छे स्त्रोत प्राप्त होंगे जिससे कि वह अपनी आय में सुधार ला सकेंगे और अपने जीवन को एक बेहतर तरीके से व्यतीत कर सकेंगे।
- इस योजना के माध्यम से किसानों को आय के स्रोत प्राप्त होंगे और वह अपने पैरों पर खड़े हो पाएंगे।
- किसानों को किसी के आगे हाथ फैलाना नहीं पड़ेगा ना ही उनको किसी से राशि उधार लेने की आवश्यकता होगी।
- हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत किसानों को उत्पादों को बेचने के लिए के लिए दुकानें मुहैया कराई जाएंगी।
किसान बनेंगे आत्मनिर्भर
इस योजना के माध्यम से हमारे राज्य के किसानों को आत्मनिर्भर बनने का एक बहुत सुनहरा अवसर प्रदान होगा। जैसा कि हम आपको अपने लेख के माध्यम से बता ही चुके हैं कि इस योजना के अंतर्गत आय के अच्छे स्त्रोत प्राप्त होंगे। जब किसानों को आय के स्त्रोत प्राप्त होंगे तो उनके जीवन में सुधार आएगा। जब उनके जीवन में सुधार आएगा तो उनमें आत्म निर्भरता बढ़ेगी और वह अपने पैरों पर आत्मनिर्भर बनकर खड़े हो पाएंगे। इस योजना के माध्यम से हमारे राज्य के किसानों का बहुत विकास होगा और वह आत्मनिर्भर बन पाएंगे।
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के लाभ
इस योजना के लाभ निम्नलिखित हैं:-
- इस योजना को हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा शुरू किया गया है।
- हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना को शुरू करने का मुख्य लक्ष्य यह है कि राज्य के किसानों को आगे अच्छे स्त्रोत प्राप्त हो सके।
- सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर बनने का मौका भी मिलेगा।
- राज्य में प्रयोग किए जाने वाले कीटनाशकों एवं रसायनिक उर्वरकों के सम्मान में भी कमी आएगी।
- किसानों को इस योजना के माध्यम से प्राकृतिक खेती करने हेतु ट्रेनिंग दी जाएगी।
- प्राकृतिक खेती करने के फल स्वरुप हमारे राज्य में प्रदूषण में कमी आएगी जिससे कि हमारे देश में भी प्रदूषण कम होगा।
- किसानों को योजना का लाभ देने के लिए प्रदेश की 3226 में से 2934 पंचायतों के 72,193 किसान परिवारों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
- इस योजना से जुड़ने वाले किसानों को देसी नस्ल की गाय खरीदने के लिए 25000 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
- सरकार द्वारा इस योजना के संचालन के लिए ₹2500000 की राशि का प्रावधान किया गया है।
- राज्य के प्रत्येक किसान को प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान किया जाएगा।
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना की विशेषताएं
इस योजना की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
- हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत प्राकृतिक खेती करने हेतु अच्छे दामों पर उत्पादक मुहैया करवाये जाएंगे।
- सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से खेती की लागत को कम किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत मृदा स्वास्थ्य और जैव विविधता में सुधार होगा।
- किसानों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले रसायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों के प्रयोग में कमी आएगी।
- इस योजना के अंतर्गत रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के प्रयोग के बिना ही खेती-बाड़ी की जाएगी।
- सरकार द्वारा मवेशियों के शेड की लाइनिंग के लिए 80% सहायता उपलब्ध होगी।
- इस योजना से जुड़ने वाले किसानों को देसी नस्ल की गाय खरीदने के लिए 25000 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
- भौतिक और जैविक कीट नियंत्रण उपायों के लिए 75% सहायता मुहैया कराई जाएगी।
- राज्य सरकार द्वारा क्षमता निर्माण और किसान गोशालाओं में शामिल संसाधन व्यक्तियों और विशेषज्ञों के लिए मानदेय प्रदान होगा।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु लाभार्थी को पात्रता के मापदंडों के अनुरूप होना अनिवार्य है।
- प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत सभी सहायता राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी।
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना की पात्रता
वह सभी व्यक्ति को इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं तो उन्हें नीचे दिए गए पात्रता मानदंड को पूरा करना होगा:-
- इच्छुक लाभार्थी को हिमाचल प्रदेश का स्थाई निवासी होना अनिवार्य है।
- सरकार द्वारा तय किए गए मापदंडों के अनुसार ही आपको इस योजना का लाभ मिलेगा।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए लाभार्थी गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करता हो।
- इस योजना के अंतर्गत केवल किसान ही आवेदन कर सकते हैं।
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्त्तावेज
हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु मुख्य दस्तावेज निम्नलिखित हैं:-
- आवेदक का आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- शैक्षित योग्यता का प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत आवेदन की प्रक्रिया
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु लाभार्थी को दिए गए चरणों का पालन करना अनिवार्य है:-
- हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु आपको इसके संबंधित कार्यालय में जाना होगा।
- कार्यालय से आपको एक फॉर्म प्राप्त होगा।
- आपको इस फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरना होगा।
- इसके पश्चात इस फॉर्म के साथ आपको आवश्यक दस्तावेज लगाने होंगे।
- अब आपको यह फॉर्म वापस कार्यालय में जमा करना होगा।
- इस प्रकार आप इस योजना के अंतर्गत अपना आवेदन कर पाएंगे।