- मेरी फसल मेरा ब्यौरा के लाभ
- मेरी फसल मेरा ब्यौरा के उद्देश्य
- इस पोर्टल में रजिस्ट्रेशन के लिए पात्रता
- पंजीकरण के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
- कैसे करें इस पोर्टल में पंजीकरण
- पड़ोसी राज्य के किसानों का पंजीकरण
- कॉमन सर्विस सेंटर द्वारा पंजीकरण
मेरी फसल मेरा ब्योरा के सभी फायदों को हमने नीचे सूचीबद्ध किया है :-
- किसानों और फसल का रजिस्ट्रेशन और खेत की पूरी जानकारी ऑनलाइन दर्ज होगी।
- इस पोर्टल के द्वारा अब एक ही जगह पर किसानों के लिए सभी सरकारी सुविधाएं उपलब्ध होगी और किसानों की समस्याएं भी दूर होगी।
- फसल की बुवाई एवं बाजार से जुड़ी जानकारी देना।
- कृषि जानकारियां समय-समय पर इस मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल में मिलेगी।
- भोजन, बीज, ऋण और कृषि उपकरण की सब्सिडी उचित समय पर मिलेगी।
- प्राकृतिक आपदाओं में उचित सहायता मिलेगी।
यह पोर्टल मेरी फसल मेरा ब्योरा राज्य में किसानों के भले और उन्हें बेहतर आर्थिक सहायता के लिए बना है। इस आधिकारिक पोर्टल के होमपेज पर लिखे कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्यों को हमने नीचे लिखा है :-
- फसलों और किसानों के पंजीकरण को आसान करना।
- पंजीकृत फसलों और खेत की एक ही स्थान पर सही जानकारी ।
- इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को उनकी समस्याओं का आसानी से समाधान देना।
- किसानों को नवीनतम घटनाओं से अपडेट रखना एवं कृषि संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाना।
- मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल एक पहल है जिससे किसानों को उनकी फसलों के लिए समय पर सब्सिडी और ऋण मिले।
- इस पोर्टल के द्वारा बाजार में फसलों को बेचने व् विशेष फसल की खेती के समय के बारे में भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
- प्राकृतिक आपदाओं के समय किसानों और फसलों को हुए नुकसान के लिए सही आर्थिक सहायता प्रदान करना।
अगर आप एक किसान हैं और आपने अभी तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल में अपना नाम दर्ज़ नहीं किया है तो नीचे पहले यह जान लें की आप इसके पात्र हैं या नहीं। इस मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के तहत पंजीकरण करने के लिए पात्रता मानदंड हमने नीचे लिखे हैं:
- हरियाणा राज्य के सभी किसान-लाभार्थी इस पोर्टल में पंजीकरण के पात्र हैं।
- इस पोर्टल में पंजीकरण के लिए किसान की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- ज़मींदार, पट्टेदार या किराएदार समेत कोई भी किसान इस पोर्टल में पंजीकरण करा सकते हैं।
अगर आपने अब तक इस पोर्टल में अपना नाम पंजीकृत नहीं करवाया है और करवाना चाहते हैं तो आपको कुछ कागज़ इस पोर्टल पर जमा करवाने होंगे, इसलिए जब भी पंजीकरण करवाएं नीचे लिखे सभी दस्तावेज़ों को अपने साथ ही रखें।
- मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर सबसे पहले पहचान का प्रमाण जैसे लाइसेंस या आधार, वोटर, या पैन कार्ड
- निवास प्रमाण जैसे बिजली बिल, संपत्ति बिल या कुछ और
- बैंक अकाउंट का विवरण
- पासपोर्ट आकार की फोटो
- ज़मीन का प्रमाण ( किला नंबर, खतौनी, या खसरा)
इन दस्तावेज़ों से मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल में आप आसानी से पंजीकरण कर सकते हैं।
अगर आप एक साधारण से व्यक्ति हैं जिन्हें इंटरनेट या ऑनलाइन काम काज में थोड़ी दिक्कत होती है तो हमारे इस लेख में आगे पढ़ें हमने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को एकदम सरल भाषा में नीचे लिखा है।
कुछ ही स्टेप्स का पालन करके आप इस पोर्टल मेरी फसल मेरा ब्यौरा में आसानी से अपना नाम दर्ज कर सकते हैं।
Step 1- साइट ओपन करे :-
Step 2 – लॉगिन करें :-
आधिकारिक वेबसाइट में सामने ही आपको दो विकल्प नज़र आएंगे – किसान लॉगिन और अन्य लॉगिन जिसमें से आपको किसान लॉगिन की बटन दबाकर आगे बढ़ना है।
Step 3 – पंजीकरण करें :-
जैसे ही आप किसान लॉगिन में बढ़ेंगे, एक नया पेज खुलेगा जिसमें आपको किसान पंजीकरण में क्लिक करना है
Step 4- फॉर्म भरें :-
जिसके बाद आपको किसान लॉगिन फॉर्म मिलेगा जिसमें आपको अपना नंबर दर्ज करना होगा
Step 5 – OTP डालें :-
जिसके बाद मोबाइल पर आए OTP संख्या को दर्ज करके आपको अगर बढ़ना है।
Step 6 – आधार नंबर डालें :-
उसके तुरंत बाद आपको या तो अपने परिवार का या खुद का आधार कार्ड नंबर देना होगा।
Step 7 – फॉर्म भरें :-
उसके बाद एक-एक करके आप अपना फॉर्म भरें।
Step 8 – जानकारी भरें :-
जिसके बाद ज़मीन से जुड़ी सारी जानकारी का विवरण दर्ज कराएं।
Step 9 – बैंक और मंडी का विवरण डालें :-
फिर बैंक का और उसके बाद मंडी का सारा विवरण दर्ज करें
Step 10 – सबमिट कर दें :-
जिसके बाद आपके पास इस पोर्टल का यूजरनाम और पासवर्ड आ जाएगा, उसे लिख लें और आगे सबमिट की बटन दबा दें।
इस तरह से हरियाणा के किसानों का पंजीकरण सफलता से हो जाएगा। अब मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल की एक और खासियत है कि इसमें पड़ोसी राज्य वाले किसान भी अपना नाम दर्ज कर सकते हैं।
अगर अभी भी आपको नहीं समझ आया हो तोह आप आसानी से नीचे दिए वीडियो को देख कर पंजीकरण की प्रक्रिया को समझ सकते हैं।
हरियाणा राज्य की सरकार ने ना सिर्फ हरियाणा के लिए बल्कि आस पास के राज्यों के किसानों के लिए भी इस पोर्टल की सेवाओं को खुला रखा है, लेकिन पड़ोसी राज्य के किसान सिर्फ गेहूं की फसल का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं अन्य किसी फसल का नहीं।
नीचे पंजीकरण के स्टेप्स पढ़ें –
Step 1 – इस पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
Step 2 – जिसके बाद फार्मर कार्नर पर जाकर पड़ोसी राज्य के किसान के पंजीकरण में जाएं
Step 3 – जहाँ अपनी जरूरत अनुसार विकल्प चुनें और पंजीकरण की प्रक्रिया में आगे बढ़ें।
इस तरह अगर आप हरियाणा के पड़ोसी राज्य के किसान हैं और आपको ऊनी गेहूं की फसल का ब्यौरा इस पोर्टल में जमा करके सुविधाएं लेनी हैं तो आप ऐसे पंजीकरण करवाएं।
जैसा कि आप सभी ये जानते ही होंगे कि अगर आप किसी सरकारी योजना में आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर खुद का नाम दर्ज नहीं करवा सकते हैं तो ऐसे में आप कॉमन सर्विस सेंटर में ऊपर दिए हुए सभी दस्तावेजों के साथ पंजीकरण करवाने जा सकते हैं।
यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि कॉमन सर्विस सेंटर से आपका पंजीकरण निशुल्क होगा और आपको एक रॉइड भी मिलेगी जिसे आपको संभाल कर रखना होगा।